छत्तीसगढ़

यह कोई सुखी पत्ती नही है, बल्कि ये हैं तितली

कबीरधाम के भोरमदेव अभयारण्य के घने जंगल में अठखेलियां करने वाली तितली ऑरेंज ऑकलीफ अब राष्ट्रीय तितली है। इसी साल की शुरुआत में सामने आए परिणाम के बाद ऑरेंज ऑकलीफ को राष्ट्रीय तितली चुना गया था, जिसके बाद अब वन विभाग ने इसके संरक्षण व संवर्धन के लिए प्लान तैयार कर लिया है। जंगल के जिस हिस्से में इनकी बहुतायत है, उस हिस्से को तितली पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा।

राष्ट्रीय चिन्हों के क्लब में हो जाएगी शामिल

अब तक राष्ट्रीय चिन्हों के क्लब में राष्ट्रीय पशु के रूप में बंगाल टाइगर, राष्ट्रीय पक्षी के बतौर मयूर, राष्ट्रीय फूल कमल, राष्ट्रीय वृक्ष के रूप में बरगद व राष्ट्रीय फल के रूप में आम शामिल हैं। इसी क्लब में अब राष्ट्रीय तितली के रूप में भी शीर्ष तीनों तितलियों में से कोई एक शामिल हो जाएगी।

बता दें भोरमदेव वन्य प्राणी अभ्यारण तितलियों की विभिन्न दुर्लभ और विलुप्त प्रजातियों के बसेरा के लिए देश में मशहूर है। इस अभ्यारण्य में खोज के दौरान भारत देश में विलुप्त हो रही तितलियों की दुर्लभ प्रजाति “स्पॉटेड एंगल” को भी देखा जा चुका है |

भोरमदेव अभ्यारण
इस अभ्यारण में लगभग 90 से अधिक प्रजाति की तितलियों को देखा जा सकता है। इनमें से ओरिएंटल चेस्टनट एंजल, एंगेल्ड पैरोट, कॉमन गल, कॉमन मॉर्मोन, चॉकलेट पेंसी, स्टाफ सार्जेंट, स्पॉटेड एंगल, कॉमन कैस्टर, कॉमन लेपर्ड, कॉमन वंडर्र, कॉमन जे, ब्लू मार्मोन, डेंगी बुश ब्राउन, ग्रेप पेनसी प्रमुख हैं।

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