कर्मचारियों का भी भर दिया गया महतारी वंदन योजना का फॉर्म की गई शिकायत

योगेश जायसवाल भटगांव
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भटगांव- यहां जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के अंतर्गत आने वाले नगर पंचायत भटगांव एकीकृत महिला बाल विकास परियोजना भटगांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी योजना में से महत्वपूर्ण योजना जिसमें कमजोर महिलाओं को सशक्त व मजबूत बनाने के उद्देश्य से प्रदेश महतारी वंदन योजना का फॉर्म 5 फरवरी 2024 से ऑनलाइन हुआ ऑफलाइन के माध्यम से 20 फरवरी 2024 तक फॉर्म भरवाया गया जिसमें शासन का स्पष्ट निर्देश है कि सरकारी नौकरी के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जैसे चपरासी सफाई कर्मी चौकीदार हेल्पर पोस्टमैन के पारिवारिक सदस्य इस योजना के लिए पात्र है वही जिनके परिवार का कोई भी सदस्य आयकर दाता हो भारत सरकार अथवा राज्य सरकार के शासकीय विभाग उपक्रम मंडल स्थानीय निकाय में स्थाई स्थाई संविदा पदों पर कार्यरत प्रथम वर्ग द्वितीय वर्ग एवं कृति वर्ग के अधिकारी कर्मचारी हो वर्तमान अथवा भूतपूर्व संसद या विधायक हो कोई सदस्य भारत सरकार अथवा राज्य सरकार के बोर्ड निगम मंडल के वर्तमान एवं पूर्व अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष हो वह सभी अपात्र के अंतर्गत आएंगे ।
विदित हो कि केंद्र सरकार मोदी की गारंटी योजना में से एक महतारी वंदन योजना का फॉर्म महिलाओं को सशक्त व मजबूत बनाने के उद्देश्य से प्रदेश स्तर पर महिलाओं का फॉर्म भरवाया गया जिसका प्रथम किस्त की राशि डीबीटी के माध्यम से लाभार्थी यों के बैंक के खाते में 10 मार्च 2024 को डाला गया है परंतु भटगांव एकीकृत महिला बाल विकास परियोजना भटगांव में विभिन्न वार्डों में महतारी वंदन योजना का फार्म आनलाईन व आफलाईन के माध्यम से आवेदन भरा गया जिसमें भारी मात्रा में धांधली होने का प्रमाण सामने आया है। इसमें नियमानुसार उच्च वर्ग के कर्मचारी का फॉर्म जो अपात्र के दायरे में आता है उसकी भी अंतिम सूची में नाम शामिल किया गया है जो जांच का विषय है। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री की गारंटी वाली महत्वपूर्ण योजना में फर्जी करने वाले लोगों पर कार्यवाही की मांग की गई है नगर के कई महिलाएं जिनके पति नौकरी पेशे होने के बावजूद उन्हें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सुपरवाइजर द्वारा सत्यापित किया गया है जो लेनदेन होने का संदेह दर्शाता है । वही अप्पू नारंग युवा कांग्रेस नेता हुआ दीपक टंडन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बिलाईगढ़ द्वारा चर्चा के दौरान बताया कि महतारी वंदन योजना सिर्फ चुनावी वोट बैंक खींचने का भाजपा का तरीका है जिसमें कई बड़े-बड़े पदों पर आसीन कर्मचारियों के पत्नियों का नाम अंतिम सूची में शामिल है जो नियम विरुद्ध है वही गरीब तबके जिन लोग वाकई में इसके हकदार है वह इस योजना से वंचित है जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए इसमें कई और नाम सामने आयेंगे । भाजपा सरकार के इस योजना पर भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्यवाही होनी चाहिए। साथ ही उपस्थित लाभार्थी महिलाओं ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर आरोप भी लगाया गया है कि फॉर्म भरने के बाद आंगनबाड़ी के कार्यकर्ताओं व सुपरवाइजरों द्वारा इसकी जांच करने के बाद सत्यापित करने का प्रावधान था उसके बाद भी अंतिम सूची में आयकर लोगों का नाम आना संदेहास्पद है जिसकी गंभीरता पूर्वक जांच की मांग की गई है वह दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है वही चतुर्थ श्रेणी के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों द्वारा जानकारी की कमी के चलते फॉर्म भरने में बड़ी चूक हुई है जो आज इस योजना से वंचित हो गई है वही मिली जानकारी अनुसार फॉर्म भरने के दौरान भी कई आंगनबाड़ी के अधिकांश कार्यकर्ताओं द्वारा जिन लोग फॉर्म ऑनलाइन कर रहे थे उनके द्वारा भी 50 से ₹100 तक ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए लिया गया है नहीं देने की स्थिति में अन्य जगह से फॉर्म भरने का आदेश कार्यकर्ताओं द्वारा दिया गया खबर प्रकाशन के बाद भ्रष्टाचारियों पर क्या कार्रवाई होती है यह चर्चा का विषय है ।
सुपरवाईजर भटगांव सुनीता पटेल इस संबंध में उनके फोन नंबर पर जानकारी दिया गया जिसमें बताया गया कि हमारे द्वारा किसी प्रकार का पैसा लेनदेन नहीं किया गया है इसका एक ग्राउंड होता है जिसके तहत हम लोग सत्यापित किए हैं वही हमें तो पता नहीं रहता कि कौन आयकर दाता के दायरे में आता है और कौन नहीं कार्यकर्ताओं द्वारा बताया गया कि वह आयकर दाता के दायरे में नहीं आता तब हम लोग इसको सत्यापित किए हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से इस संबंध में जानकारी लिए जाने पर बताया गया कि कई कर्मचारी वर्ग के लोग हम लोगों के पास सीधा ऑनलाइन ना करके अन्य सेंटर से ऑनलाइन फॉर्म भरकर हमारे पास जमा किया गया है जिस पर हमारे उच्च अधिकारियों को भी इस संबंध में अवगत कराया गया परंतु उनके द्वारा बोला गया कि जो भी फॉर्म जमा किया जा रहा है उसको लेना है गलत जानकारी भरने पर स्वयं जिम्मेदार होंगे ।
अनुविभागी अधिकारी इसनिकधा तिवारी से फोन पर कांटेक्ट करने पर बताया गया कि अगर फॉर्म में गलत दस्तावेज प्रस्तुत किया गया है तो उसे पर कार्यवाही की जाएगी साथ ही सत्यापन करने वालों पर भी कार्यवाही की जायेगी।
परियोजना अधिकारी भटगांव विजय प्रभात सरल ने नवभारत को चर्चा के दौरान बताया था कि अगर किसी का भी फॉर्म गलत पाया जाता है उस पर एफ आई आर करने की कार्यवाही की जाएगी जो नियम में है ।










