साहू समाज के युवक से मारपीट को लेकर समाज में उबाल, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग, अन्यथा आंदोलन की चेतावनी

गिधपुरी – थाना गिधौरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सीमावर्ती ग्राम खपरीडीह में हुई एक अमानवीय व भयावह घटना ने पूरे साहू समाज को झकझोर कर रख दिया है। जानकारी के अनुसार, ग्राम खपरीडीह के निवासी युवक परमेश्वर साहू को खनिज माफियाओं और रेत-गिट्टी तस्करों द्वारा बर्बरतापूर्वक पीटा गया। आरोप है कि अवैध खनन की शिकायत करने के कारण उसे खंभे से बांधकर बेल्ट, लाठी-डंडों से बुरी तरह मारा गया, यहां तक कि उसे चौराहे पर घसीटा गया। इस कृत्य ने न सिर्फ मानवीय संवेदनाओं को आहत किया है, बल्कि जिले में व्याप्त माफियागिरी और प्रशासनिक उदासीनता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है। ग्राम खपरीडीह ही नहीं, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के अन्य हिस्सों में भी लोगों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि खनिज माफियाओं का डर गांव-गांव तक फैल चुका है और आम जनता, विशेषकर शिकायत करने वाले नागरिकों की जान जोखिम में है। परमेश्वर साहू के साथ हुई यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती है बल्कि यह भी दर्शाती है कि प्रशासन इन तत्वों के सामने कितना लाचार है।
इस घटना पर साहू समाज ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। समाज के प्रदेश अध्यक्ष टहल सिंह साहू ग्राम दतान में आयोजित एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह कोई व्यक्तिगत रंजिश नहीं, बल्कि संगठित अपराध का ज्वलंत उदाहरण है। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह इस गंभीर मामले को प्रेम प्रसंग का रूप देकर दोषियों को बचाने की कोशिश कर रहा है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
टहल सिंह साहू ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं करता, तो साहू समाज सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि समाज शांतिप्रिय है, लेकिन अन्याय और अत्याचार के खिलाफ खड़ा होना हमारी जिम्मेदारी है। यदि सरकार और प्रशासन ने समय रहते उचित कदम नहीं उठाया, तो साहू समाज चरणबद्ध आंदोलन करेगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन की होगी।
समाज के वरिष्ठ सदस्यों का कहना है कि जब तक खनिज माफियाओं और उनके संरक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को गिरफ्तार किया जाए और परमेश्वर साहू को न्याय मिले। साथ ही क्षेत्र में भयमुक्त वातावरण स्थापित करने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
यह घटना न केवल साहू समाज की अस्मिता पर हमला है, बल्कि यह आम नागरिकों की सुरक्षा पर भी गहरा आघात है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर जनाक्रोश और तेज हो सकता है, यदि प्रशासन ने शीघ्र और प्रभावी कार्रवाई नहीं की।