गिधपुरी

ससहा में सुआ मंडलियों ने दिखाई प्रतिभा, दर्शक रहे उत्साहित

(गिधपुरी डोमार साहू)ग्राम ससहा में पारंपरिक लोक संस्कृति को सहेजने और नई पीढ़ी तक पहुँचाने के उद्देश्य से भव्य सुआ नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन में क्षेत्र की अनेक महिला मंडलियों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। प्रतियोगिता में माँ की प्रेरणा सुआ आरंग ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया, भोरिंग की टीम द्वितीय, चरौटी तृतीय, भरुवाडीह चतुर्थ तथा खपरी की टीम पंचम स्थान पर रही।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कसडोल विधायक संदीप साहू ने कहा कि सुआ नृत्य हमारी मातृशक्ति की सांस्कृतिक पहचान है। यह नृत्य न केवल मनोरंजन का माध्यम है बल्कि इसमें हमारी परंपरा, आस्था और लोकभावनाएँ समाहित हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों के माध्यम से हम अपनी लोक संस्कृति को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने का कार्य कर रहे हैं। विधायक साहू ने ग्रामवासियों को बधाई देते हुए कहा कि ससहा जैसी ग्रामीण भूमि पर लोक संस्कृति का यह जीवंत प्रदर्शन समाज की एकता और सामूहिकता का प्रतीक है।

जिला पंचायत सदस्य महेंद्र मोनू साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि सुआ नृत्य हमारे सामाजिक जीवन की आत्मा है। ऐसे आयोजन ग्रामीण प्रतिभाओं को मंच प्रदान करते हैं और उनमें आत्मविश्वास का संचार करते हैं। उन्होंने कहा कि जब महिलाएँ अपनी सांस्कृतिक पहचान के साथ आगे आती हैं, तो समाज की प्रगति सुनिश्चित होती है।

पूर्व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष साहू संघ युवा प्रकोष्ठ धन्नू साहू ने कहा कि सुआ नृत्य हमारे समाज की सामाजिक एकता और सहयोग भावना का प्रतीक है। इस नृत्य के माध्यम से महिलाएँ न केवल अपनी भावनाएँ व्यक्त करती हैं बल्कि समुदाय को एक सूत्र में बांधने का कार्य भी करती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन ग्रामीण प्रतिभाओं को मंच प्रदान करते हैं और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देते हैं

कार्यक्रम के संचालन एवं समन्वय में मुकेश साहू का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर जनपद सदस्य टेकेश्वरी कुंदन साहू, सरपंच मिथलेश मुकेश साहू, रमेश्वर साहू, सरोज साहू, नीलकमल खरसे, हेमंत साहू, हेमकुमार साहू, सुरेश साहू, बालाराम साहू, खेलन साहू सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे। ग्रामीणों की भारी उपस्थिति और उत्साह ने आयोजन को यादगार बना दिया तथा क्षेत्र की लोक परंपराओं को एक बार फिर जीवंत कर दिया।

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