जान जोखिम में डालकर मजदूरी करने जा रहे हैं निरमा कंपनी के मजदूर, यातायात नियमों की उड़ रही धज्जियां

(गिधपुरी भरूवाडीह)क्षेत्र में सड़क सुरक्षा और परिवहन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मजदूरों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। दरअसल ग्राम कुसमी के पास 40 से 50 मजदूरों को एक पिकअप वाहन में ठूस-ठूस कर निरमा कंपनी तक ले जाया जा रहा है। मजदूरों की मजबूरी और रोजगार की तलाश के आगे यह खतरनाक सफर उनके रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया है।
बताया जा रहा है कि ऐसे कई पिकअप पलारी क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों से मजदूरों को लेकर कंपनी परिसर तक पहुंचते हैं। वाहन में न तो पर्याप्त बैठने की व्यवस्था होती है और न ही सुरक्षा के कोई उपाय। कई बार तो मजदूर पिकअप के पीछे लटकते हुए भी देखे जाते हैं। यह स्थिति आरटीओ और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
सड़क सुरक्षा अधिनियम के तहत मालवाहक वाहनों में मानव परिवहन प्रतिबंधित है, फिर भी खुलेआम यह नियम तोड़ा जा रहा है। ऐसे में अगर किसी दिन कोई हादसा हो जाए, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायत के बावजूद प्रशासनिक अमला इस पर आंख मूंदे बैठा है।
मजदूरों ने बताया कि कंपनी तक पहुंचने के लिए उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि ठेकेदार उन्हें सामूहिक रूप से एक ही वाहन में भेजते हैं। कई मजदूरों ने यह भी कहा कि वे डर के बावजूद मजबूरी में इस जोखिम को उठाने पर विवश हैं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस मामले में प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि शीघ्र ही सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो कोई बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।










