बलौदाबाजार आगजनी घटना के बाद कलेक्टर-SP सस्पेंड

बलौदाबाजार-बलौदाबाजार जिले में हुई हिंसात्मक घटना को सरकार ने गंभीरता से लिया है। पहले जिले के तत्कालीन कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानन्द कुमार का तबादला किया गया लेकिन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय क्रोधित होते हुए दूसरे दिन ही इन्हें निलंबित कर दिया। इस मामले में सरकार सूक्ष्म स्तर पर अपने जांच कर रही है.
बलौदा बाजार हिंसा से नाराज राज्य सरकार ने कल आधी रात तत्कालीन कलेक्टर व एसपी को निलंबित कर दिया. बलौदा बाजार भाटापारा में जैतखाम को नुकसान पहुंचाने से नाराज सतनामी समाज के प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। सुनियोजित रूप से भीड़ जमा होने की कोई जानकारी तत्कालीन कलेक्टर कुमार लाल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को नहीं हो पाई। इंटेलिजेंस फेल्योर के चलते बड़ी घटना घट गई। आक्रोशित भीड़ में हाथ में लाठी डंडे और तलवार लहराते हुए कलेक्ट्रेट व एसपी कार्यालय को आग लगा दिया। सैकड़ो गाडियां भी जल गई। अधिकारी कर्मचारियों ने पीछे से भाग कर अपनी जान बचाई। कलेक्टर एसपी अपना ऑफिस तक जलने से नहीं बचा सके। उन्हें कार्यालय की छत में देखा गया। रायपुर से आईजी अमरेश मिश्रा के फोर्स लेकर पहुंचने पर स्थिति सम्हली।
मामले में नाराज सरकार ने दूसरे दिन देर रात कार्रवाई करते हुए जिले के एसपी 2010 बैच के आईपीएस सदानंद कुमार को जिले से हटाते हुए उन्हें उप पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय रायपुर के पद पर पदस्थ कर दिया था। इसके अलावा कलेक्टर के पद पर तैनात 2009 बैच के प्रमोटी आईएएस कुमार लाल चौहान को मंत्रालय में पदस्थ कर दिया था। अब दो दिनों बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। आईपीएस सदानंद कुमार का निलंबन अवधि में मुख्यालय पुलिस मुख्यालय रायपुर नियत किया गया है। जबकि आईएएस कुमार लाल चौहान का निलंबन अवधि में छत्तीसगढ़ मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर में अटैच किया गया है।