परिस्थिति और पढ़ाई के खर्च से तंग आकर छात्र ने लगाई फांसी

शिवरीनारायण से 3 किलोमीटर दूर गांव तुस्मा के फार्मेसी का अंतिम वर्ष एक स्टूडेंट करीब पांच दिन पहले कॉलेज छोड़ कर गांव आया था। घर में वह अकेला था। पढ़ाई में आ रहे खर्च और घर की आर्थिक स्थिति से वह परेशान था, लेकिन किसी से बोला नहीं पाया। राहुल दोस्तों से उधार लेकर पढ़ाई कर रहा था। स्कॉलरशिप मिलने पर सबका कर्ज चुकता किया और शनिवार की रात उसने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। फांसी लगाने से पहले उसने 2 पेज का सुसाइडनोट लिखा है, जिसमें अपनी पूरी परिस्थिति और उन परिस्थितियों में अपने मन के अंदर की कश्मकश को व्यक्त किया है। उसने अपने मां, बाप से माफी मांगी है। शिवरीनारायण थाना क्षेत्र के ग्राम तुस्मा निवासी विजय साहू के तीन बेटे हैं। उसमें राहुल साहू 21 वर्ष सबसे बड़ा बेटा था। बारहवीं की पढ़ाई पास करने के बाद बी फार्मेसी कोर्स करने के लिए उसने दुर्ग के किसी प्रायवेट कॉलेज में एडमिशन लिया था। वह अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। उसके मां, बाप व दो अन्य भाई कमाने -खाने के लिए जम्मू – कश्मीर गये हैं।
राहुल ने जो सुसाइड नोट छोड़ा है उसके अनुसार उसके कॉलेज में पढ़ाई का खर्च अधिक था, लेकिन वह अपने घर की परिस्थिति को देखते हुए जरूरत से कम पैसे मांगता था। इसके बाद वह अपने दोस्तों से अपना खर्च चलाने के लिए उधार लेता था। थाना प्रभारी सागर पाठक ने बताया कि वह कुछ दिन पहले ही गांव आया था। राहुल के मां, बाप और दो भाई कमाने खाने के लिए परदेश गये हैं। वे लोग अपने बेटे का अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाये। रविवार को पीएम पश्चात पुलिस ने राहुल के शव को उसके चाचा को सौंप दिया।
राहुल ने सुसाइड नोट में लिखा है, जिसमें अपनी पूरी परिस्थिति और उन परिस्थितियों में अपने मन के अंदर की कश्मकश को व्यक्त किया है। उसने अपने मां, बाप से माफी मांगी है। शिवरीनारायण थाना क्षेत्र के ग्राम तुस्मा निवासी विजय साहू के तीन बेटे हैं। उसमें राहुल साहू 21 वर्ष सबसे बड़ा बेटा था। बारहवीं की पढ़ाई पास करने के बाद बी फार्मेसी कोर्स करने के लिए उसने दुर्ग के किसी प्रायवेट कॉलेज में एडमिशन लिया था। वह अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। उसके मां, बाप व दो अन्य भाई कमाने खाने के लिए जम्मू- कश्मीर गये हैं।







