विश्राम वट में महिलाओं ने वट सावित्री की पुजा किए

विनोद केसरवानी गिधौरी.चित्रोत्पला महानदी त्रिवेणी संगम किनारे ग्राम गिधौरी में पौराणिक और ऐतिहासिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण विश्राम वट में सुहागिन महिलाओं ने भारी संख्या में पति की दिर्घायु जीवन की कामना किए ।और निर्जला व्रत रखकर गुरुवार को वट सावित्री की पुजा कर बरगद पेड की परिक्रमा की। यहां पर विश्राम वट पर पुजा करने महिलाएं भारी संख्या में शामिल हुए और विश्राम वट में महिलाएं सुबह से ही आना जाना लगा हुआ था महिलाओं ने बताया कि प्रचलित हिंदू ग्रंथनुसार आज के दिन माता सावित्री ने अपने पति सत्यावान के दिर्घायु के लिए वटवृक्ष की पुजा की थी तब से हिंदू धर्म की विवाहित महिलाओं ने अपने पति के दिर्घायु के लिए व्रत रखकर उसी परम्परा का अनुसरण करते हुए यह व्रत रखते आ रही है।जनश्रुति के अनुसार इस स्थान पर त्रेता युग में विशाल बरगद पेड के नीचे भगवान श्रीराम ने माता सीतार भाई लक्ष्मण सहित वनवास जाते समय पर इसी बरगद के नीचे बैठकर विश्राम किया था तब से इस वृक्ष को विश्राम वट के नाम से जाना जाता है विशाल विश्राम वट के नीचे बजरंगबली का मंदिर है जहां बीते कई वर्षों से हनुमानजी की सुबह शाम आस्था के साथ पंडित मुकेश शर्मा द्वारा पुजा कथा सुनाया और आरती किया तथा और प्रतिदिन पूजा अर्चना करते है है और ऐसी आस्था है गांव के श्रध्दालुओं भी पुजा अर्चना शामिल होकर हनुमानजी से आशिर्वाद प्राप्त करने की मान्यता. है ।