शक्ति की भक्ति में डूबा अंचल, देवी मंदिरों पंडालों में हो रही मां दुर्गा की आराधना

जिले सहित अंचल में शारदीय क्वांर नवरात्रि धूमधाम से मनाया जा रहा है। देवी मंदिरों सहित पंडालों में मां दुर्गा की विधि विधान से पूजा-अर्चना एवं जसगीत गायन हो रहा है। माता का दर्शन करने श्रद्धालु देवी मंदिरों सहित पंडालों में बड़ी संख्या में पहुंच रहे है। वहीं नैला में थाईलैण्ड के अरुण देव मंदिर की तर्ज पर बने पंडाल में हीरे मोती से सुज्जित मां दुर्गा की झलक पाने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
नवरात्र पर्व के प्रारंभ से शहर सहित अंचल का माहौल भक्तिमय हो गया है। इस वर्ष 3 अक्टूबर को शुभ मुहूर्त में घट स्थापना के साथ नवरात्र पर्व प्रारंभ हुआ। इस वर्ष भी देवी मंदिर में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वालित किये गए है। नगर व ग्रामीण अंचल के दुर्गा समितियों द्वारा दुर्गा पंडाल एवं देवी मंदिरों को आकर्षण ढंग से लाईट व डेकोरेशन से सजाया गया है। माता के दर्शन करने श्रदालु देवी मंदिरों एवं पंडालों में बड़ी संख्या में पहुंच रहे है। दुर्गा पंडालों व देवी मंदिरों में कई जगहों पर भागवत कथा, भजन कीर्तन, रामायण पाठ, रातजगा जसगीत कार्यक्रम का आयोजन भी चल रहा है।

इधर जिला मुख्यालय जांजगीर के नैला में इस बार श्री दुर्गोत्सव सेवा समिति द्वारा थाईलैण्ड के अरुण मंदिर की तर्ज पर आकर्षक पंडाल बनाया गया है।

यहां 150 फीट ऊंचे एवं 160 फीट चौड़े पंडाल में पांच शेरो पर सवार मां दुर्गा की 35 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। माता की प्रतिमा हीरे मोती से सुज्जित है। यहां दुबई के प्रसिद्ध बुर्ज खलीफा की लाईटिंग रात में विशेष आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। यहां माता का दर्शन करने जिले ही नहीं बल्कि प्रदेश एवं दूसरे राज्य से भी श्रद्धालु पहुंच रहे है।