बाबा कालेश्वर नाथ मंदिर प्रांगण में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत पुराण का सातवां दिन

संवाददाता – लोकनाथ साहू
जांजगीर चांपा – समीपस्त ग्राम पीथमपुर के बाबा कालेश्वर नाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन पिसौद के कथा व्यास पंडित लक्ष्मीनारायण सतीश मिश्रा ने कहा कि भागवत कथा श्रवण मात्र से पाप से मुक्ति मिलती। कहा जिस स्थान पर कथा होती है वहां भगवान विराजमान होते हैं। भगवन नाम के जाप से सारे विपत्ति नाश हो जाते हैं। इस जगत में भगवत कृपा के बिना कुछ भी संभव नहीं है। मनुष्य को समाज में अच्छे काम करना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है की कर्म ही प्रधान है, बिना कर्म कुछ संभव नहीं होता है, जो मनुष्य अच्छा व सत्कर्म करता है उसे अच्छा फल मिलता है व बुरे कर्म करने वाले को हमेशा बुरा फल मिलता है।

इसलिए सभी को अच्छे कर्मो के प्रति आकृष्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक मार्ग दमन का है तो दूसरा उदारीकरण का। दोनों ही मार्गो में अधोगामी वृत्तियां निषेध हैं। जैसे कि गोकर्ण ने कथा कही, किन्तु उसके दुराचारी भाई धुंधकारी ने मनोयोग से उसे सुना तो मोक्ष प्राप्त हो गया। भागवत कथा एक ऐसा अमृत है कि इसका जितना भी पान किया जाए आत्मा तृप्ति नहीं होती है। भागवत कथा सुनते ही ज्ञान और वैराग्य जाग जाए। आस-पास के विभिन्न ग्राम हथनेवरा , पिसौद , बिरगहनी , उदयवन , देवरहा दर्जनों गांव के लोगों ने कथा के साथ भजन संगीत का आनंद लिया। कल प्रातः सतधारा स्नान और कथा का अंतिम दिवस है।

सुदामा की झाँकी ने लोगो का मन मोहा ।