हिंदी दिवस पर रचना पाठ एवं हिंदी सेवा सम्मान समारोह का आयोजन हुआ

विजय सेन लाहोद
लाहोद.राजधानी की साहित्यिक एवम सांस्कृतिक संस्था ‘वक्ता मंच’ द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी में रचना पाठ समारोह एवम हिंदी सेवा सम्मान समारोह का आयोजन आज 22 सितंबर 2014 को किया गया। इस समारोह में करीब 100 कवियों द्वारा रचना पाठ का वचन किया गया।
इस रचना पाठ समारोह में बलौदाबाजार -भाटापारा जिले के लेखक एवम कवि कौशिक मुनि त्रिपाठी भी सम्मिलित हुए , जिन्हे हाल ही में शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल द्वारा ‘हिंदी काव्य रत्न’ सम्मान से सम्मानित किया गया है । कौशिक मुनि त्रिपाठी के साथ – साथ डॉ राधेश्याम पटेल भी इस समारोह में सम्मिलित हुए । इन्होंने साठोत्तरी हिंदी उपन्यासों में स्त्री का सामाजिक स्वरूप विषय को एक पुस्तक का स्वरूप दिया है ।ये बहुत समय से हिंदी सेवा कार्यों से जुड़े हुए हैं।

कौशिक मुनि त्रिपाठी ने रचना पाठ के इस अवसर पर ये धरती मांगे खून नहीं …..काव्य का पाठन किया।यह कविता मजदूरों की गौरव गाथा के साथ साथ उनकी परिस्थिति पर आधारित है और इसी कविता को काव्य रत्न के लिए चुना गया और कौशिक मुनि त्रिपाठी को हिंदी काव्य रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।
राधेश्याम पटेल ने अपनी कविता पाठ के माध्यम से हिंदी की महत्वा को प्रतिपादित किया ।
हिंदी दिवस के अवसर पर दोनों को हिंदी सेवा सम्मान 2024 सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कौशिक मुनि त्रिपाठी ने कहा की उन्हें बचपन से कविताएं एवम कहानियां लिखने एवम पढ़ने का शौक था और जैसे ही उन्हें हिंदी भाषा को आगे बढ़ाने , लेखन का कार्य करने और काव्य पाठ वाचन का अवसर मिला। उन्होंने इस अवसर को ग्रहण कर जन जन तक पहुंचने का प्रयास किया है ।
राधेश्याम पटेल ने हिंदी भाषा को सबसे प्रिय भाषा कहते हुए इस तरह के आयोजन की तारीफ की ।