लक्षद्वीप की प्राकृतिक सुंदरता के बीच पहुंचे PM नरेंद्र मोदी

लक्षद्वीप दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकृति के साथ भी वक्त बिताया। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा, यह जगह शांति, खूबसूरती और रोमांच के लिए शानदार है।
इन दिनों देश भर में लक्षद्वीप को लेकर काफी चर्चा हो रही है. पीएम नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप यात्रा के बाद खुद सभी देशवासियों को लक्षद्वीप घूमने की सलाह दी है.सभी को आने के लिए कहा है, यहाँ के नजारे को एक बार आकर देखिए। जिसके बाद लोग सोशल मीडिया पर लोग लक्षद्वीप की खूबसूरत तस्वीर शेयर करते हुए इसकी सुंदरता और स्वच्छता की खूब तारीफ कर रहे हैं.इसके साथ ही स्नॉर्कलिंग (एक तरह की गोताखोरी) की तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि जो लोग साहसी और रोमांचक अनुभव चाहते हैं उनके लिए लक्षद्वीप उनकी यात्रा सूची में जरूर होना चाहिए। यह बेहद रोमांचक अनुभव था।

कई लोग घूमने के लिए लक्षद्वीप जाने की सोच रहे हैं. इसके साथ ही लोग यह जानना चाह रहे हैं कि आखिर लक्षद्वीप कैसे जाएं और यहां किस सीजन में जाना बेहतर रहता है ।
प्रमुख बंगाराम, अग्गति और कदमत द्वीप
बंगाराम भारत के लक्षद्वीप द्वीप समूह में एक एटोल है। यहां पहुंचना बेहद आसान है, पास के अगत्ती द्वीप पर अगत्ती हवाई अड्डा चालू होने और कोच्चि से नियमित कमर्शियल फ्लाइट शुरू होने के बाद पर्यटक यहां आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां रिजॉर्ट भी हैं, जहां आपको कॉटेज की सुविधा काफी मिल जाएगी।
वैसे तो सालभर किसी भी सीजन में आप लक्षद्वीप घूमने की प्लानिंग कर सकते हैं लेकिन लक्षद्वीप टूर के लिए सर्दी का मौसम (अक्टूबर से मार्च) सबसे अच्छा माना जाता है. वहीं, ग्रमियों में भी यहां मौसम सुहावना रहता है जिसकी वजह से आप लक्षद्वीप में घूमने लायक सभी जगहों पर आसानी से जा सकते हैं.
अगत्ती द्वीप 7.6 किमी लंबा द्वीप है। यह भारत के केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में मूंगा एटोल पर स्थित है जिसे अगत्ती एटोल कहा जाता है। अगत्ती लक्षद्वीप द्वीपों में से एक है जो पर्यटकों के लिए खुला हुआ है। हालांकि, टूरिस्ट को केवल कुछ प्रतिबंधों के तहत ही इस द्वीप पर जाने की अनुमति है। द्वीप में प्रवेश के लिए आपको लक्षद्वीप प्रशासन से एंट्री परमिट लेनी पड़ेगी। बता दें, एंट्री के लिए कोई फीस नहीं है ।

कदमत द्वीप को आम तौर पर इलायची द्वीप के नाम से जाना जाता है। इसकी लंबाई केवल 9.3 किलोमीटर है। द्वीप पर एकमात्र बसा हुआ गांव कदमत है, जिसे पर्यटक सबसे ज्यादा एक्सप्लोर करते हैं। वहीं द्वीप पर मछली पालन यहां की आर्थिक गतिविधि बना हुआ है। आप यहां आकर घूमने-फिरने के साथ-साथ गांव के लोगों से घुल मिल भी सकते हैं। यही नहीं, यहां का मुख्य आकर्षक कायाकिंग, स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग भी है।
लक्षद्वीप आसपास घूमने के लिए आपको कम से कम अपनी जेब में 25 से 40 हजार रुपए रखने होंगे। इससे भी कम में आप अपना ट्रिप प्लान कर सकते हैं, लेकिन वो आपके दिन, पैकेज और करने वाली एक्टिविटीज पर निर्भर करता है।की आप कैसे खाते हैं कैसे रुकते हैं। सामान्यतः 25 से 40 हजार तक मे आप घूम सकते है।