सामाजिक एकता, आपसी भाईचारे और सांस्कृतिक परंपराओं को मजबूत करते हुए मनाया गया भोजली पर्व

जांजगीर चांपा ( शक्ति) – छत्तीसगढ़ सहित पूरे प्रदेश में पारंपरिक आस्था और उत्साह के साथ भोजली त्यौहार का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर जिले के प्रसिद्ध सामाजिक संगठन भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेंनगर परिसर में भी महिलाओं ने देवी गंगा के गीत गाते हुए ढोल-ताशों की थाप पर भोजली यात्रा निकाली, सिर पर सजी-संवरी भोजली लेकर महिलाएं और युवतियां , बच्चे अन्नपूर्णा भवन से प्रारंभ करके पूरे परिसर भ्रमण करते हुए यात्रा के समापन पर माता बहनें माधव सागर तालाब किनारे पहुंचे, जहां विधि-विधान से पूजा अर्चना की गई। इसके बाद श्रद्धालुओं ने देवी गंगा के गीतों के बीच जल में भोजली का विसर्जन किया, पूजा-पाठ के दौरान महिलाओं ने देवी मां से सुख-समृद्धि, परिवार की खुशहाली और गांव की भलाई का आशीर्वाद मांगा। इस पर्व की मान्यताएं हैं की भोजली त्यौहार न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह गांव में सामाजिक एकता, आपसी भाईचारे और सांस्कृतिक परंपराओं को भी मजबूत करता है।
इस अवसर पर संस्था के समस्त माता बहनें संस्था के प्रमुख श्री सुधीर देव जी एवं अन्य कार्यकर्ता काफी संख्या में उपस्थित थे।
संवाददाता – लोकनाथ साहू / मनमोहन










