जांजगीर चंपा

देश का इकलौता ऐसा गांव जहां दो दिन तक मनाया जाता है रक्षाबंधन, जानें कारण

जांजगीर चांपा (शक्ति) -पूरे देश भर में भाई बहन का स्नेह और प्यार का पर्व रक्षाबंधन हर्सोलास के साथ मनाया जाता है, यह पर्व श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त दिन सोमवार को मनाया जाएगा.

इस दिन बहने अपने भाई के कलाई पर रक्षासूत्र (राखी) बांधती है, माथे में तिलक लगाती है और उसके दीर्घायु और खुशहाली की कामना करती है. बदले में भाई अपनी बहन को सुरक्षा वचन देता है और साथ ही उपहार देता है.

रक्षाबंधन के पर्व सभी जगह एक दिन मनाया जाता है लेकिन जांजगीर चांपा जिले के अंतर्गत एक ऐसा गांव है जहां हर साल दो दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है. बता दें चांपा सिवनी अन्तर्गत बहेराडीह ग्राम है जहां किसान स्कूल के साथ साथ पूरे गांव की महिलाएं और स्कूली बच्चे, रक्षाबंधन पर्व के एक दिन पहले पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़-पौधों को राखी बांध कर प्रकृति को बचाने लोगों को संदेश देते हैं.

इस रक्षाबंधन त्यौहार में गांव की महिलाओं के अलावा जिले के महिला जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता पर्यावरण प्रेमी और अधिकारी- कर्मचारी बड़े उत्साह पूर्वक शामिल होते हैं. उसके दूसरे दिन रक्षाबंधन के दिन अपने भाइयों को राखी बांधती है और तीसरे दिन कर्मा नृत्य के साथ विधि विधान से पूजा अर्चना कर भोजली विसर्जन किया जाता है, इस अवसर पर भोजली प्रतियोगिता भी आयोजित किये जाते है.

बहेराडीह में हर्बल राखी पेड़ पौधे सब्जी भाजी के अवशेष से प्राकृतिक से जोड़कर राखी बनाया जाता है, वही यहां पर रक्षाबंधन का पर्व दो दिन मनाया जाता है, जिसमे एक दिन बहन अपनी भाई की कलाई पर राखी बनता है. वह उसके एक दिन पहले पेड़ पौधे को राखी बांधा जाता है. राखी बांधकर यह संदेश दिया जाता है की पर्यावरण की संरक्षण के लिए सभी जुड़े प्राकृतिक की संतुलन के लिए पेड़ पौधे लगाएं और इसकी रक्षा करे और कहा की सरकार की एक पेड़ मां के नाम लगाने के अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ ही बताया कि यहां महिला समूह द्वारा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और जिले के कलेक्टर को हर्बल राखी भेजे जाते है.

संवाददाता _ लोकनाथ साहू / मनमोहन

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