पलारी गर्बोत्सव में दिखा छत्तीसगढ़ का वैभव,सुवा नृत्य देखने पहले ही दिन उमड़ा दर्शकों का जन सैलाब

( राकी साहू ) पलारी नृत्य कला,संस्कृति और अपनी लोक पारंपरिक पर्वो को सहेजकर रखने वाले छत्तीसगढ़ की संस्कृति भारत ही नहीं,अपितु विश्व के हर कोने में एक अलग ही पहचान बना चुका है। ऐसा इसलिए की आज भी यहां के लोग अपनी पुरखों की दी हुई नृत्य रूपी बेशुमार दौलत को सहेजकर रखने का कार्य किया है। कुछ ऐसा ही अलौकिक संस्कृति का नजारा देखने को मिला सिद्धेश्वर युवा मंच द्वारा आयोजित दो दिवसीय गरबा महोत्सव के प्रथम दिवस पारंपरिक सुवा नृत्य में, लगभग 250 बालिका प्रतिभागियों से सुसज्जित सुवा गरबा मैदान उस समय विराट रूप लेने लगा जब सभी प्रतिभागी छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वेशभूषा से सुसज्जित गरबा के गोल घेरे में एकत्रित होकर छत्तीसगढ़ की लोक नृत्य सुवा,करमा,ददरिया और पंथी गीत की धुनों पर जमकर थिरके। जिसे देखने पलारी नगर सहित आस पास गांव के लोगो का तांता लगा रहा।

भीड़ इतनी अधिक रही की पूरा शांति स्टेडियम का मैदान छोटा पड़ता दिखाई देने लगा। एक तरफ प्रतिभागियों की नैनाभिराम प्रस्तुति,तो दूसरी तरफ दर्शकों की उत्साह भरे तालियों की गड़गड़ाहट ने पूरे वातावरण को छत्तीसगढ़ी संस्कृति से आलोकित कर दिया। सुवा नृत्य को देखने माता,बहनें,बड़े बुजर्गो से लेकर हर उम्र के युवा बालक/बालिकाओं सहित छोटे छोटे बच्चे देर रात अपनी जगह से बंधे रहे।तक कार्यक्रम में ने आयोजन में प्रमुख रुप से सिद्धेश्वर युवा मंच के संरक्षक श्री हितेंद्र ठाकुर जी,गोपी साहू जी रोहित साहू जी मनीष चंद्राकर जी सिद्धेश्वर युवा मंच के अध्यक्ष सौरव वर्मा पिंटू वर्मा हर्षू वर्मा शिवम मिश्रा शेरखान रज्जू पुनीत रजक हयात खान हर्षवर्धन वर्मा नितिन वर्मा हितेश देवांगन सहित पूरे सिद्धेश्वर युवा मंच के साथियों का भरपूर सहयोग रहा।