खेत मे बचे शेष पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित

लोकनाथ साहू (जांजगीर चांपा)
बम्हनीडीह ब्लाक क्षेत्र में किसानों द्वारा धान काटने के बाद खेत में बची हुई पैराट को नष्ट करने के लिए आग लगाई जा रही है, इसकी वजह से वातावरण दूषित हो रहा है। कृषि विभाग की ओर से किसानों को न तो इसके बारे में जागरूक किया जा रहा और न ही प्रदूषण करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। कृषि विभाग की ओर से जगह-जगह होर्डिंग और वाल पेंटिंग कराने का निर्देश जारी किया गया था, जिससे किसान पराली न जलाने के लिए जागरूक हों, लेकिन ब्लाक क्षेत्र में न तो कही होर्डिंग धरातल पर दिख रही और न ही वाल पेंटिंग। जागरूकता के अभाव में किसान खेत में पड़ी पराली को आग के हवाले कर रहे हैं।
उप कृषि निदेशक कार्यालय की ओर से डी-कंपोजर वितरित करने का कार्य भी प्रस्तावित है लेकिन अनुपल्ब्धता की वजह से अभी डी-कंपोजर किसानों को वितरित नहीं किया गया है। उप कृषि निदेशक अधिकारी व कृषक मित्रों को इस विषयों पर सख्ती से कारवाई व जागरुक करना बहुत जरूरी है।
