पलारी

रिवाड़ीह रेत घाट को शासन करे निरस्त ग्रामीण

चालू करने से नाराज युवाओं के साथ अब ग्रामीण भी हुए एकजुट कहा घाट चालू होने नही देंगे ।

रेत गाड़ी की चपेट से गांव के युवा की मौत का दर्द अभी तक नही भूले ग्रामीण,

बंद कराया घाट कहा जिंदगी को दाव में लगा नही चलने देंगे घाट।

रेट घाट निरस्त करने की मांग करते ग्रामीण

केशव साहू पलारी- बलौदा बाजार जिले के पलारी ब्लाक अंतर्गत ग्राम रिवाड़ीह महानदी रेत घाट को निरस्त करने की युवाओं के मांग का समर्थन करने अब ग्रामीण भी साथ आ गए है मंगलवार को गांव के युवा महिला पुरुष और सरपंच ने मिलकर कहा की गांव के हित में शासन रेत घाट निरस्त कर दे ।क्योंकि अंतिम छोर के इस गांव में एक मात्र रास्ता है जो पहले रेत घाट चलने से पूरा रास्ता 5किलोमीटर टूट कर जर्जर हो चुका है जिसमे जैसे तैसे ग्रामीण गुजारा कर रहे है ।और इस नदी से ग्रामीण और जानवरो का भी गुजारा चलता है नदी की खुदाई से गांव वाले प्यासे मार जायेंगे तो दूसरी ओर गांव वालो की हमेशा अपनी सुरक्षा की चिंता सताती रहेगी क्योंकि हाइवा और बड़ी गाडियां तेज रफ्तार ओवर लोड रेत लेकर जब गांव के गलियों से निकलेगी तो बच्चे युवा बुजुर्ग और मकान को हमेशा खतरा बना रहेगा ऐसे में जिंगदी को जोखिम में डालकर गांव से रेत की गाडियां निकलने नही दिया जाएगा और नही कही और से नदी ही गांव वालो की जीवन का आधार है।

युवा की मौत का दर्द भी भूल पा रहे ग्रामीण

वही एक साल पहले गांव के बाजू के घाट बम्हनी से निकली वोवर लोड हाइवा ने गांव के युवा जितेंद्र पिता गोत राम यादव 18साल और करीब आधा दर्जन बैंस को कुचल कर मार दिया था जिसका पता आज तक नही चला जवान बेटे की मौत का सदमा मां बाप को आज भी है तो इसका दहशत गांव वालो को भी क्योंकि एक मात्र सिंगल रास्ता जहां से घाट चालू हुआ तो रेत निकलेगा और नदी से लेकर भवानीपुर तक 7किलोमीटर लंबा रास्ता में दूसरा कोई और चल नही सकता क्योंकि लोड गाड़ी को सड़क से नीचे उतरना जोखिम भरा होता है तो वही उस रास्ते में चलना उससे भी ज्यादा जोखिम भरा है।

स्कूली बच्चे और ग्रामीणों का निस्तरी का एक ही रास्ता

वही रिवाड़ीह गांव आने जाने के लिए भवानीपुर से 5 किलोमीटर सिंगल सीसी रोड बना था जो ओवर लोड रेत गाड़ियों ने पहले तोड़ कर पूरा रास्ता ही जर्जर कर दिया है । ये ऐसा सड़क है जो शुरुवात से लेकर अंत तक इतने टुकड़े में टूटे है की न तो उनकी गिनती की जा सकती न मरमत मगर ग्रामीण फिर भी उस टूटे हुए रास्ते से गुजर बसर कर रहे है ।अगर रेत घाट प्रारंभ हुआ तो बचा हुआ सड़क टूट कर जमी दोज हो जायेगा और सड़क से गांव वाले पग डंडी में आ जाएंगे जिसकी पीड़ा ग्रामीण आज से 10साल पहले भोज चुके है।

रेत माफियों के कारण 5 करोड़ की सड़क 5साल नही चली।

गांव में सड़क नही था तो बनाया गया था 5 करोड़ की सीसी सड़क जो 5 साल नही चली जिसका मुख्य कारण रेत माफिया जो लोग 40से 50टन रेत लेकर 9टन की सड़क से साल भर रेत लेकर गुजरे जब गांव वाले विरोध किए तब भी कोई सुनने वाला नहीं मिला और तब ग्रामीणों ने ठान लिया की कुछ भी हो जाए उनके गांव की रेत घाट चालू होने नही देंगे ।क्योंकि बच्चो की पढ़ाई रोजगार रोजमर्रा के दैनिक अवस्यकता की पूर्ति के लिए उन्हें तकलीफ होंगी।

गांव में रेत घाट के समर्थन करने वाले लोगो के खिलाफ ग्रामीणों में फूट रहा गुस्सा कही अनहोनी न हो जाए।

वही कुछ दलाल ग्रामीणों का साथ देने के बजाय रेत माफियाओं से सांठ गांठ कर घाट प्रारंभ कराने की कोशिश कर रहे है जो ग्रामीणों की बैठक और बुलावा में आने से कतरा रहे है गांव के 90प्रतिशत लोग रेत घाट को बंद कराने के पक्ष में हैं तो 10प्रतिशत लोग जो पंचायत पदाधिकारी है वे रेत घाट चालू होने के पक्ष चुप चाप समर्थन कर रहे है वे भी खुलकर समर्थन में नही आ पा रहे है वही ग्रामीणों का गुस्सा ऐसे लोगो के खिलाफ उग्र हो रहा है अगर गांव वालो की बातो का अनदेखा किया गया तो कभी भी विस्फोटक स्थिति निर्मित हो सकता है। शासन और ठेकेदार गांव वालो को हल्के में मत ले वर्ना भारी न पड़ जाए ।

गांव वालो के साथ हूं सरपंच घाट निरस्त करे शासन- सरपंच।

वही गांव की महिला सरपंच नोमिन साहू ने कहा की रेत घाट के प्रारंभ होने से गांव को काफी नुकसान होगा पहला पर्यावरण प्रदूषित होगा पानी का वाटर लेवर खत्म हो जाएगा जानवरो का चरागान की समस्या सिंगल सड़क में हादसे का खतरा और बस्ती से गुजरने से आसपास के घरों के नुकसान होने का खतरा बना रहेगा में गांव वालो के साथ हूं और हमेशा रहूंगी शासन गांव हित में रेत घाट निरस्त करे ताकि गांव में शांति बने रहे गांव के लोग रेत घाट प्रारंभ करने पक्ष में नहीं है और मेरा उनको पूरा समर्थन है ।

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