डमरू गाँव में कॉलेज नही होने से छात्र-छात्राओं को हो रही है परेशानी

( संवाददाता रॉकी साहू ) बलौदा बाज़ार जिला अंतर्गत ग्राम पंचायत डमरू के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है डमरू आसपास क्षेत्र का सबसे बड़ा गाँव होने के बावजूद यहाँ अब तक कॉलेज की स्थापना नहीं हो पाई है, जिससे विद्यार्थियों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है
शिक्षा के लिए लंबी दूरी तय करने की मजबूरी
डमरू गाँव के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए लगभग 20 किलोमीटर की दूरी तय कर बलौदा बाज़ार जिला या 20 किलोमीटर दूर लवन जाना पड़ता है आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के विद्यार्थी इस दूरी को तय करने में असमर्थ होते हैं, जिससे कई होनहार छात्र-छात्राएँ पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं।
ग्रामीणों की मांग – डमरू में हो कॉलेज की स्थापना
ग्राम वासियों का कहना है कि डमरू क्षेत्र में कॉलेज की स्थापना से न केवल गाँव के बल्कि आस-पास क्षेत्र के कई छोटे गाँवों के विद्यार्थियों को भी लाभ मिलेगा विद्यार्थियों और अभिभावकों ने शासन प्रशासन से जल्द से जल्द कॉलेज की व्यवस्था करने की मांग की है ताकि गाँव के युवा शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहें।
शासन-प्रशासन से गुहार
डमरू गाँव के समाजसेवी, युवाओं और छात्र छात्राओं ने शासन और प्रशासन से मांग की है कि वे गाँव में कॉलेज की स्थापना को प्राथमिकता दें। उनका कहना है की यदि कॉलेज की सुविधा उपलब्ध हो जाती है, तो न केवल शैक्षणिक स्तर में सुधार होगा बल्कि विद्यार्थियों का भविष्य भी उज्ज्वल होगा डमरू गाँव में कॉलेज की कमी के चलते विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। शासन और प्रशासन को इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान देकर जल्द से जल्द कॉलेज की स्थापना के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए, ताकि शिक्षा से वंचित हो रहे बच्चों को बेहतर भविष्य मिल सके।