कृष्ण जन्मोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया

लवन- अहिल्दा में चल रहे श्रीमद भागवत कथा में कृष्ण जन्मोत्सव का वर्णन किया गया। कथावाचक गौरव जोशी ने कहा कि भगवान को सच्चे मन से जो भी पुकारता है भगवान उसकी रक्षा करने को अवश्य आते है, श्रीकृष्ण जन्म से पहले सूर्यवंश के राजाओं का वर्णन सुनाया। राजा अमरीश, राजा मांधाता, राजा हरिशचंद्र, महाराज सगर, राजा असमंजस, राजा अंशुमान, राजा दलीप, राजा भागीरथ जो गंगा को लाया। गंगा अवतरण के प्रसंग में बताया कि गंगा ने राजा सगर को 60 हजार पुत्रों का उद्धार किया। राजा दलीप के नंदनी गाय की कृप्या से राजा रघु इनका पुत्र अज के राजा दशरथ और महाराजा दशरथ के राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघन का जन्म हुआ। बाद में रामचरित्र का वर्णन सुनाया। इन्हीं के साथ भगवान परशुराम का वर्णन सुनाया जिन्होंने पूरी पृथ्वी जीत कर वापस क्षत्रियों को राज सौंप दिया।
वर्णन किया। कथा में सूर्य वंश और अन्य कई प्रसंगों का वर्णन किया तथा कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया एवं बधाई गीत गाए गए। श्रीकृष्ण जन्म का प्रसंग शुरू होते ही पंडाल नंद घर आनंद भयो जय कन्हैयालाल की… के जयकारों के साथ गूंज उठा। साथ ही माखन-मिश्री का भोग भी लगाया। कथावाचक ने कहा कि जीवन में जब भी भगवत नाम सुनने का अवसर प्राप्त हो तो उससे विमुख नहीं होना चाहिए।
गत चार दिनों से प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम प्रभु इच्छा तक भागवत कथा का वाचन किया जाता है। कथा सुनने के लिए काफी संख्या में महिला एवं पुरुष मौजूद रहे।कथा का आयोजन संस्कार सामाजिक संगठन द्वारा किया गया है।